Thursday, March 9, 2023
manish sisodia case
न्यूज के मुताबिक, आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया को एक दिन पहले उनकी जमानत की सुनवाई होने से पहले एक दूसरी केंद्रीय एजेंसी द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है। एनडीटीवी के अनुसार, एनफोर्समेंट डायरेक्टोरेट या ईडी ने दिल्ली उप मुख्यमंत्री को दो दिनों तक पूछताछ करने के बाद नई शराब नीति के तौर पर धन धोखाधड़ी के आरोपों में उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।
मनीष सिसोदिया अब सीबीआई न्यायालय में उनकी जमानत की सुनवाई के लिए प्रतीक्षा कर रहे हैं। दिल्ली के लिए शराब नीति मामले में एएपी नेता के साथ अन्यों के खिलाफ शराब कार्टेलीकरण की आरोपों का सामना करना पड़ रहा है। एआपी ने दावा किया है कि उन्होंने किसी से घूस नहीं लिया है।
एडी गिरफ्तारी मनीष सिसोदिया के लिए बड़ी मुश्किल बना देती है, जो सीबीआई न्यायालय से जमानत की मांग कर रहे हैं।
मनीष सिसोदिया को बेल सुनवाने के एक दिन पहले ED द्वारा गिरफ्तार किया गया है, सूत्रों के अनुसार। दिल्ली लिकर नीति मामले में एक विशेष न्यायालय में उनकी बेल हियरिंग आज होने वाली थी।
ED ने नई शराब नीति को बनाने के दौरान धन धोखाधड़ी के आरोप में उन्हें दो दिनों तक पूछताछ के बाद दिल्ली के उपमुख्यमंत्री को गिरफ्तार कर लिया था। यह गिरफ्तारी मनीष सिसोदिया के लिए मुश्किल बना देती है, जो CBI न्यायालय से बेल मांग रहे थे।
एक दिन पहले ही इस न्यायालय में उनकी बेल हियरिंग की तारीख थी। मनीष सिसोदिया आज ED के द्वारा अदालत में पेश किये जाएंगे। फरवरी 26 को उनकी गिरफ्तारी के बाद सीबीआई की हिरासत में रखा गया था।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्विटर पर इस खबर के बारे में ट्वीट करते हुए कहा कि ED ने मनीष सिसोदिया को "किसी भी कीमत पर अंदर रखने" का उद्देश्य रखा है।
इस मामले में शामिल अन्य नेताओं के साथ साथ आम आदमी पार्टी के मनीष सिसोदिया के खिलाफ भी इस आरोप का निशाना बना हुआ है। सिसोदिया और अन्यों के खिलाफ दिल्ली शराब नीति को बनाने में शराब कार्टेलीकरण की अनुमति देने और निश्चित डीलरों की पसंदीदा शराबों की सरकारी दुकानों में आरक्षण देने के आरोपों का सामना करना पड़ रहा है। AAP ने तर्क किया है कि उसने किसी से रिश्वत नहीं ली है, चाहे वह व्यापारियों या राजनेताओं से हो।
जेएबीपी ने कहा है कि अगर आम आदमी पार्टी को यह यकीन था कि उसने कुछ गलत नहीं किया है तो उसने शराब नीति वापस नहीं की होती।
जेल में होते हुए सिसोदिया ने एक खुला पत्र लिखा था जिसमें उन्होंने "शिक्षा की राजनीति" बनाम "जेल की राजनीति" पर अपने विचार व्यक्त किए थे। सिसोदिया को गिरफ्तार किए जाने से पहले वे शिक्षा और उत्पाद आयोग सहित कई विभिन्न पोर्टफोलियों के प्रभारी थे।
आरोप लगाए जाने के बाद सिसोदिया दिल्ली के तिहाड़ जेल में जुड़े हुए हैं, जहां उनकी ज्युडिशल कस्टडी जारी है। उन्हें दिल्ली शराब नीति के मामले में बड़े आरोपों के तहत गिरफ्तार किया गया था। उन्हें शराब कार्टेलीकरण और दिल्ली शराब नीति के रूप में निशुल्क शराब वितरित करने में विशेष व्यापारियों का विशेष वरीयता देने के आरोप लगाए गए हैं।
इस मामले में और एक बड़े नेता केके कविता शामिल हैं, जिन्हें दिल्ली शराब नीति के मामले में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए हैं। उन्हें मार्च 11 को अन्य संबंधित आरोपियों के साथ जांच के लिए पुलिस हिरासत में लिया जाना है।
अपने जेल में होने के दौरान सिसोदिया ने "शिक्षा की राजनीति" बनाम "जेल की राजनीति" पर एक खुला पत्र लिखा। उन्होंने लिखा, "बच्चों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा देने से जेल में राजनीतिक विरोधीयों को जेल में डालना आसान है।
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